युवराज मेश्राम विदर्भ ब्यूरो चीफ
महाराष्ट्र संदेश न्युज ! ऑनलाइन नागपुर:- विश्व मानव रुहानी केंद्र (VMRK) मानवता की सेवा के लिए कार्यरत संगठन के स्प्रिचुअल प्रमुख संत बलजीत सिंह जी द्वारा प्रेरित है। इस वर्ष, 28 फरवरी से 11 मार्च तक, अनेक गतिविधियों के अंतरगत शिक्षणिक सहायता, चिकित्सा शिबिर, रक्तदान अभियान व स्वच्छता प्रावधान वीएमआरके केंद्र नागपुर के लोगो को व उनके आसपास की समुदायों को सेवा प्रदान की गई।
विश्व मानव रुहानी केंद्र VMRK ने नागपुर में अपने केंद्र में 4 दिनों के लिए चौबीसों घंटे चिकित्सा शिबीर का आयोजन किया गया। आपातकालीन सेवाओं के लिए तीन पूरी तरह सुसज्जित एम्बुलेंस साइट पर तैनात थीं। 55 सुयोग्य चिकित्सा पेशेवरों की एक टीम ने हजारों रोगियों को मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिबीर, चिकित्सा परामर्श और दवाएं प्रदान कीं।
साथ ही इसके नागपुर केंद्र के 90 किलोमीटर के दायरे में झुग्गी-झोपड़ी इलाकों में आठ चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए। प्रत्येक शिविर में डॉक्टर 3 फार्मासिस्ट 2 नर्सिंग स्टाफ और 4-5 विश्व मानव रुहानी केंद्र स्वयंसेवकों द्वारा सेवा प्रदान की गई। 770 से अधिक रोगियों को चिकित्सा सहायता प्राप्त हुई।
विश्व मानव रुहानी केंद्र ने दो दिवसीय रक्तदान शिविर आयोजित करने के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, नागपुर के साथ सहयोग किया। इस शिविर में 109 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया तत्पश्चात जलपान कराया गया।
विश्व मानव रुहानी केंद्र ने 110 स्कूलों में 7,700 से अधिक वंचित छात्रों को स्टेशनरी किट, पानी की बोतलें और स्कूल बैग सहित शैक्षिक सामग्री वितरित की। इसके अतिरिक्त, स्लम क्षेत्रों में 2,000 से अधिक स्वच्छता किट वितरित किए गए और विश्व मानव रुहानी केंद्र स्वयंसेवकोंने गरीब ओर स्लम क्षेत्रों में लोगों को बीमारी से बचाव के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता के महत्व के बारे में शिक्षित भी किया।
विश्व मानव रुहानी केंद्र के बारे में: विश्व मानव रूहानी केंद्र एक निशुल्क चैरिटेबल संस्था है जो 2005 से मानवता की सेवा में है। विश्व मानव रूहानी केंद्र हरियाणा पंजीकरण और सोसायटी विनियमन अधिनियम 2012 के तहत सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत पंजीकृत है। मुख्यालय स्थित है नवां नगर, डाकघर नानकपुर, तहसील कालका, जिला पंचकुला, हरियाणा, भारत में। पूरे भारत में लगभग 240 रिट्रीट सेंटर हैं। विश्व मानव रूहानी केंद्र सक्रिय रूप से छात्रों, अनाथों, बीमारों और बुजुर्गों की सहायता करके चिकित्सा क्षेत्र, शिक्षा क्षेत्र और समुदाय की सेवा के लिए धर्मार्थ सामाजिक सेवा कार्यक्रम चलाता है। ये सभी गतिविधियाँ आध्यात्मिक प्रमुख संत बलजीत सिंह जी से प्रेरित हैं।