पल्लवी मेश्राम उपसंपादक नागपुर
महाराष्ट्र संदेश न्युज ! ऑनलाईन नागपूर:- हजरत बाबा सैयद मोहम्मद ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के १०२ वें सालाना उर्स पर शुक्रवार को हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट की ओर से बाबा ताजुद्दीन का शाही दरबारी संदल शान से निकाला गया. संदल में बड़े पैमाकने पर घोड़े, बग्धियां, धुमाल और आकर्षक झांकियां शामिल हुई. साथ ही कलाकारों ने बाघ की वेशभूषा में सभी श्रद्धालुओं का ध्यान खींचा. संदल में देशभर से आये हजारों श्रद्धालु शामिल हुए. संदल के साथ सजरद्धालुओं का काफिला विभिन्न मार्गों से होते हुए गुजरा. इस दरमियान जगह जगह संदल का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. विविध संगठनों की ओर से संदल में शामिल श्रद्धालुओं को मिठाई. लस्सी, पानी, चना का वितरण किया गया.
सुबह 9.30 बजे हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट कार्यालय में दस्तारबंदी की रस्म अदा की गई. इसके बाद महफिले शमा का आयोजन किया गया. इसमें कव्वालों ने सूफी गीत पढ़े. इस पर श्रद्धालु झूम उठे. इसके बाद ट्रस्ट के चेयरमैन प्यारे जिया खान में परंपरागत संदल को सिर पर लेकर आगे बढ़े. इस अवसर पर ताजबाग ट्रस्ट के सचिव ताज अहमद राजा, उपाध्यक्ष डॉ सुरेंद्र जिचकार, ट्रस्टी गजेंद्रपाल सिंह लोहिया, मुस्तफ़ाबाई टोपीवाला, हाजी फ़ारूखभाई बावला, हाजी इमरान खान ताज़ी सहित बाबा ताजुद्दीन की दरगाह के सज्जानशीं सैयद तालेब बाबा ताज़ी, सैयद जारबीर बाबा ताज़ी, बाबा ताजुद्दीन खुद्दाम दरगाह चैरिटेबल कमेटी के अध्यक्ष सैयद मोबीन ताज़ी, ताजबाग शाही मस्जिद के इमाम खुर्शीद आलम ताज़ी आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.
शाही संदल के साथ ही शुक्रवार को बाबा ताजुद्दीन की छब्बीसवीं अकीदत से मनाई गई. छब्बीसवीं पर ताजबाग दरगाह में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए. स्थानीय दरबारी कव्वालों ने भी कलाम पेश किये. शाही संदल को ध्यान में रखते हुए ताजबाद में पुलिस विभाग ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये थे. संदल मार्ग को व्यवस्थित किया गया था. जिला प्रशासन, मनपा, जलप्रदाय, नासुप्र, ट्रैफिक विभाग ने भी पर्याप्त व्यवस्था की थी, ट्रस्ट ने प्रशासन व सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया है.
बारिश भी नहीं रोक पाई अकीदतमंदों को सुबह से ही रिमझिम बारिश शुरू हो गई थी. इसी बिच ताजबाग में श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ती गई. ट्रस्ट कार्यालय के सामने धुमाल पर सूफी कलाम पढ़े जाते रहे. बारिश के बावजूद श्रद्धालु संदल में शामिल होने से खुद को पीछे नहीं लार सके अकीदत के साथ संदल में शरीक हुए. बारिश में भीगते हुए श्रीद्धालुओं का जनसैलाब बढ़ता ही गया. बारिश भी बाबा के चाहने वाले अकीदतमंदों को नहीं रोक सकी. हजारों श्रद्धालुओं को लंगर वितरित.
शाही संदल में शामिल होने बड़े पैमाने पर तड़के सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. छब्बीसवीं पर ट्रस्ट की ओर से हजारों श्रद्धालुओं को लंगर वितरित किया गया. इसके अलावा ताजबाग में विविध संस्थाओं की तरफ से भी लंगर का आयोजन किया गया.